एक ताजा विश्लेषण के अनुसार, मेहता और उनके सहयोगी एक बड़ी राशि की चोरी में शामिल होने के आरोप में हैं। रिपोर्ट के अनुसार, चोरी की गई राशि 122 करोड़ रुपये है। यह घटनाएँ सुरक्षा बक्से से हुई थीं, जिसमें यह बड़ी राशि सुरक्षित रखी गई थी।
यह ताजा खबर स्पष्ट रूप से संकेत करती है कि चोरी के मामले में तकनीकी उपायों की आवश्यकता है। प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग कर, हम ऐसे घटनाक्रमों को रोक सकते हैं जो हमारी सुरक्षा सिस्टम को खोजने का प्रयास करते हैं।
अगर हम प्रौद्योगिकी के साथ कदम मिला लें, तो हम ऐसी घटनाओं को रोक सकते हैं और अपनी सुरक्षा को बहुत हद तक बढ़ा सकते हैं।
